Skip to main content

Posts

Showing posts from 2019

Happy 2020

Happy New year Happy 2020 Happy New year आपको मुबारक हो आने वाला नया साल आप खुश रहें जिएं हज़ारों साल,, फर्क नहीं पड़ता हमने पिछले साल क्या खोया और क्या पाया बेहिस लोग हैं हम हम खुद को इन्सान कहते हैं मगर यह छलावा किसी और के लिए अपने ज़मीर अपनी आत्मा के लिए तो बिल्कुल भी नहीं,, किस बात की खुशी?? नए साल की आमद पर?? यह कि!! पिछला साल बीत जाने पर?? पिछले पूरे एक साल में हमने क्या किया यह हमारे लिए जरूरी नहीं फर्क नहीं पड़ता बेहिस लोग हैं हम हम खुद को इन्सान कहते हैं मगर यह छलावा किसी और के लिए अपना ज़मीर अपनी आत्मा के लिए तो बिल्कुल भी नहीं,, क्या जो खफा थे हमसे  हमने मना लिया उनको?? यह जिनसे रूठे हुए हो उन्हें माफ़ कर चुके हो तुम?? यह ऐसा क्या किया हमने जो खुशियां मनाएंगे?? खुशी से मुस्कुराएंगे खूशी में डूब जाएंगे,, फर्क नहीं पड़ता बेहिस लोग हैं हम खुद को इन्सान कहते हैं मगर यह छलावा किसी और के लिए अपना ज़मीर अपनी आत्मा के लिए तो बिल्कुल भी नहीं,, But we can      we can change We can modify       ...

Motivation for myself,,

,,, Page,,,{2} बस सिर्फ एक चीज़ पर भरोसा करने की ज़रूरत है कुछ भी जो हम चाहें कुछ भी मुम्किन है और यही भरोसा हमें पहुंचाएगा ले जाएगा वहां तक  उन चीजों तक जहां हम जाना चाहते हैं उन चीजों तक जो हमारे खाब हैं कुछ ऐसा जो बहुत ख़ास है हमारे लिए हमारी जिंदगी के लिए हम सबके लिए तो अब हमें निकलना चाहिए कुछ करने के लिए कुछ पाने के लिए जो हमें सुकून पहुंचाए कुछ प्लान बनाना चाहिए कुछ यूनीक कुछ सबसे अलग जब हम फेल हों नाकाम हों हमें रुकना नहीं है हमें सीखना हम में से हर कोई आखिर को कुछ न कुछ अचीव करने वाला है तो हमें रुकना नहीं है हम फेल होते हैं तो कुछ ज़रूर सीखते हैं तो हर बार हम सीखते हैं तो हमें सीखना है अपने हर फेलियर से हमें रुकना नहीं है हमें जरूर आगे बढ़ते रहना चाहिए पहले से बेहतर प्लान बनाएं मज़बूत बनाएं और यह हमेशा ध्यान रखें कि कुछ भी मुम्किन है कुछ भी जो आप चाहें अपने दिमाग में उठने वाले नेगेटिव ख्यालों को निकाल फेंकने की जरूरत है जो गंन्दी तस्वीर चल रही है उसे बदलने की जरूरत है कैसे हमारी हिम्मत इतनी बढ़ जाती है कैसे हम यह अपने...

Motivation for myself,

,,, Page,,{1} नामुमकिन क्या??? कुछ भी तो नहीं,,, हर रोज़ लाखो लोग जन्म लेते हैं इस दुनिया में खाली हाथ  कुछ नहीं होता है उनके पास लेकिन कितने ऐसे हैं जो मरने से पहले पूरी दुनिया जीत लेते हैं क्यूंकि वह लोग अपने मकसद को पहचानते थे  उनको जो करना था वह जानते थे और उन्होंने वह कर दिखाया जो ज़िन्दगी वह अपने लिए चाहते थे जैसी ज़िन्दगी अपनी उन्होंने चाही वैसी ही बना ली अगर हम कुछ सोच सकते हैं चाहे वह कुछ भी हो अगर हमारे दिमाग में कुछ भी है  कुछ भी अगर हमारे दिमाग में चल रहा है तो मतलब साफ है वह हमारी जिंदगी में भी आ सकता है कोई भी फेंटेसी कोई भी इमैजिनेशन सच हो सकता है और इस बात की गारंटी है अगर आप को कुछ भी लगता है तो कुछ न कुछ वास्ता ज़रूर है कहीं न कहीं कोई न कोई उस सोच को उस चीज को सच कर रहा है यह करने में लगा है यह हकीकत में वह चीज हो चुकी है जो आप के लिए बस एक ख्याल है मगर सच कुछ और है बस बाक़ी है तो आप का जानना ढूंढों तलाश करो उस कहानी को उस तरीके को फिर से डिजाइन करो और उन से बेहतर करो यह ज़रूरी नहीं आप का कलर कैसा है आप कैसे दि...

I'm not feeling well,,,,

बड़ा बे चैन है दिल न जाने केया हुआ इसको तन्हा भी नही है तन्हाई भी बड़ी है एहसास तो बाक़ी है पर कुछ महसूस नहीं होता अजीब सी कैफियत है कहीं खो जाना चाहता है  कहीं दूर कहीं बहुत दूर कहीं डूब जाना चाहता है कहीं खो जाना चाहता है इस बे डंन्गी ज़िन्दगी से तबीयत ऊब सी गई हो जैसे मतलबी, मतलब परस्त ,और खुद गरज़ी की इस रंग भरी झूठी दुनिया से दूर बहुत दूर अलग सब से अलग इन सब से दूर बहुत दूर हो जाना चाहता है बे चैन बहुत है दिल परेशां है ग़मज़दा है ग़मगीन है रोज़ मर्रा का जैसे मामूल बन गया है दिल आज़ारी का बाज़ार गर्म है वहशत और बरबरियत जड़ पकड़ती जा रही है इन्सानों का जीना मुहाल है न खैर की बातें होती हैं न ही मिलाप की तत्बीरें अगर कुछ होता है तो बस नफ़रत नफ़रत और सिर्फ नफ़रत हर शख्स मशगूल है मसरूफ है अपने आप को मुत्मइन करने में अपने आप को झूठे दिलासे देने में सच्चाई से बे प्रवाह हर चीज़ को नज़रंदाज़ कर रहा है बस बे वजह की तसल्लीयां बे माना सी खुशफहमिंयां नादान दिल बेचैन है परेशां है खौफ़ ज़दा है अपने मुस्तकबिल से अपने घर परिवार अपनी इस दो तरफा ज़िन्दगी...

2line

बात कुछ ऐसी भी करो जो असर कर जाऐ दिल को छू ले!! दिल में घर कर जाए, Nazish azmi,,

Ups and downs,,

क्यूं फिक्रमंद रहूं सोच के बारे में तेरे तुझको को मांगा है खुदा से जो मुसव्विर है तेरा, बे फ़िक्ररी से जिए जा रहे थे हर चीज़ तो थी मेरे पास घर से भी आज़ाद था नह बन्दिश थी न कोई पूछ ताछ दोस्त यार घूमना फिरना मस्ती से दिन गुजर भी रहे थे और उनसे बातें भी रोज़ हो ही जाती थीं कभी कभार मुलाकात का भी कुछ न कुछ बहाना मिल ही जाता था मुझे कितना अज़ीज़ था वह कभी सोचा नहीं था उसके बग़ैर भी जीना पड़ेगा मगर वक़्त बदला हालात बदले फिर एक वह दिन भी आया जो हमें जुदा कर गया हम न चाहते हुए भी एक दूसरे से दूर हो गऐ ज़िन्दगी ने हमें ऐसे मक़ाम पर ला खड़ा किया कि हम मजबूर हो गए और फिर दूर हो गऐ आज भी मेरे राबते से बाहर नहीं हैं वह, पहले भी था तअल्क़ मगर दूर दूर से अब आती खबर है उनकी कुछ और दूर से, खैर हमारे हालात बदले जीने के ढंग बदले नऐ लोग हमारी ज़िन्दगीयों में आए और हम खुश भी हैं वफादार भी हैं नऐ जुड़ने वाले तमाम लोगों से मगर दिल के किसी गोशे में कहीं न कहीं वह ज़रूर है कहीं न कहीं वह बाक़ी ज़रूर है मुझ में कुछ वजह तो है जो इतना गुरूर है मुझ में अना परस्त हो तुम बड़े मगरूर हो तु...

रस्सियों का शहर,,

फ़िक्र नई सोच नई  वह नए उनकी ज़िंदगी अछूती सबसे अलग सबसे निराला अंदाज जीने का ढंग नया  खेल कूद अलग उनकी एजूकेशन अलग उनके स्कूल अलग सब अलग सबसे जुदा न कोई शोर शराबा था वहां  न कोई हार्न की तकलीफ़ दह आवाजें नह प्रदूषण  न कोई गाड़ी  न कोई मोटर न ही ट्रेनें  न जहाज़ कोई न तेल का खर्च  न रोड बनाने का कोई झन्झट न कोई एयरपोर्ट न बस स्टैंड न ही कोई स्टेशन कुछ भी तो ऐसा नहीं था वहां पूरा शहर रस्सियों पर डिजाइन किया गया था मैं दंग रह गया यह कैसे मुमकिन है मगर मैं ने देखा लोग रस्सियों पर झूलते हुए एक जगह से दूसरी जगह जा रहे हैं बच्चे स्कूल जा रहे हैं  नेता मंत्री रस्सियों पर लटके हुए हैं बारातें आ रही हैं किसी की रस्सी कमजोर है तो किसी की मज़बूत कहीं रेशम की रस्सी है तो कहीं आम धागे की तो कहीं चाइना बर्नाड रस्सियां भी नज़र आयीं बड़े-बड़े रस्सी स्टोर मोल्स और बड़ी बड़ी दुकानें थीं फिल्म स्टार और टीवी एक्टर्स रस्सियों के बर्नाड अम्बैसटर थे वहां की ज़िंदगी ही अजीब थी यह शायद मुझे लग रही थी रस्सियों का निज़ाम हुकूमत के सुपुर्...

निजी मकान,,

आ गऐ नऐ शहर नई जगह नए लोगों के बीच नई ज़िन्दगी फिर से शुरू करने यहां अच्छी बात यह थी मकान मालिक कहीं बाहर रहता था जिसे सिर्फ अपने किराए से मतलब था महीने के आखिर में उनको किराया भेज दो और बस, नई बस्ती आबाद हो रही थी अभी ज़ियादा घर नहीं थे बहुत सी ज़ामींनें अभी यहां ख़ाली थीं दूर दूर घर थे यहां शाम के वक्त बहुत अच्छा माहौल हो जाता था यहां ज़ेयादा तर लोग हमारे जैसे ही थे यहां किराए दार!!! बरसात का मौसम था जब हम यहां आए थे हल्की हल्की बारिश भी हो रही थी उस रोज़ जब पहली बार छत पर मैं चढ़ा तो दंग रह गया था इतना खूबसूरत नजारा था यहां से पूरी बस्ती नजर आ रही थी छोटे छोटे घर जैसे बिखरे हुए हों बड़ा पुर सुकून नज़ारा था मैं सान्झ से कुछ पहले नीचे उतर आया और अभी कुछ कहने ही वाला था कि मेरी नज़रें घर में कुछ नए लोग पर पड़ी मैं कुछ कहे बगैर खामोशी से अपने कमरे की तरफ बढ़ने लगा तभी अम्मा ने आवाज़ दी !! ज़रा सुन तो ले बेटा मैं उनकी तरफ मुड़ा और उनकी बात सुनने लगा अम्मा ने कहा यह समीरा आन्टी हैं इनके भाई की तबीयत ख़राब है इनको बस स्टैंड तक छोड़ आवो अपनी बाइक से मैं जाना त...

सिर्फ कुत्तों से डरते हैं,,

अब इतनी कुत्ते खानी होने के बाद कोई बाहर न आए ऐसा तो होगा नहीं मोहल्ले के आधे से ज्यादा लोग जाग चुके थे और कुछ बाहर भी आ गऐ थे और कुछ लोगों ने तो मुझे उनकी बाहों में झूलते उनसे लिपटा लपटी करते देख भी रहे थे उन्हें केया पता मेरे पीछे मौत पड़ी थी मैं खौफ से लिपटा हुआ हूं और अपने आप को बचा रहा हूं मैं भी उन सबको देख रहा हूं वह सब भी मुझे देख रहे हैं मगर मैं फिर भी उनसे लिपटा हुआ ही हूं कुत्ते अभी भी भौंक रहें हैं और सब खड़े सोच रहे हैं इतनी रात को यहां इस लड़की के साथ यह कर किया रहा था, अबे कमीनों!!! कुत्तों के भौंकने से मेरी जान भी जा सकती है बाद में भी खड़े होकर सोच सकते हो पहले इन कुत्तों को यहां से हटा दो, मगर मेरी आवाज़ जैसे मेरे गले में अटक सी गई हो मैं कुछ बोल ही नहीं पा रहा था और उन कुत्तों को मैं केया कहूं जो बस भौंके जा रहे थे, यही था वह, यही है वह,पकड़ो इसे, इसे जाने मत देना, इसे मारो, खड़े सोच केया रहे हो इस मारते क्यूं नहीं, भौंके जा रहे हैं चिल्लाए जा रहे हैं भीड़ जमा करने की ठान ली है इन्होंने मार खिला के ही दम लेंगे इतने जोश में सब भौंक रहे थे, वह त...

Why, I'm,sad,

हांलांकि तुम से मिल के आया अभी हूं मैं फिर क्यों हूं मैं उदास, क्यों ग़मज़दा हूं मैं,, Nazish azmi,,

निजी मकान,,

आठ दस फूट के दस आठ पीलर ऊपर छत दरवाजे और खिड़कियां, बहुत आसान है कहना, पर आम ज़िन्दगीयों में यह सपना होता है कितने ऐसे हैं जिनकी पूरी उम्र इसी बीच निकल जाती है और उसका सपना सपना ही रह जाता है, ,, एक सच ऐसा भी,,,,, घर बनाने का सपना किसका नहीं होता हर शख्स यह सोचता है उसका अपना एक निजी घर हो मगर आम तौर से यह मुमकिन नहीं हो पाता तो लोग किराए के घरों में ज़िन्दगीयां बसर करने पर मजबूर हो जाते हैं बस इसी मजबूरी का शिकार मैं भी हूं, हमारा अपना घर!!! मेरा मतलब किराए का नऐ पड़ोसी ,नया शहर ,नऐ लोग,हर चीज़ नई, यहां तक कि हमारी ज़ुबान भी कुछ अलग थी  यहां के लोगों से, मैं बिल्कुल भी तय्यार नहीं था मगर केया करता पुरानी जगह काफी मन लग गया था तक़रीबन चार सालों से हम वहां थे मगर आखिर में हमें वह जगह छोड़नी पड़ी, मकान मालिक को शायद कोई और मिल गया था जो हम से ज्यादा किराया देने के लिए तैयार था बस फिर रोज़ कोई न कोई बहाना चाहिए तुम्हारे यहां से शोर बहुत आता है कोई शिकवा न करे तो इसका मतलब किया लाईटें इतनी क्यों किराया इस महीने पहले देना होगा यह बेहतर है तो कहीं और देख ल...

मैं मेरे ख्वाब और रवायत/story,real story,my unique birth story,real life story,real love story,unique love story bobby,love story,unique,great big story,as actor real love story,embracing your unique love story,my unique labor and delivery story,real story of sohni mahiwal,real scary stories,juhi chawla and jai mehta real love story,short story,juhi chawla and jai mehta unique love story

भागते भागते गिर गया,  फिर उठा,  फिर भागने लगा, फिर गिरा, फिर मेरी आंख खुल गई मैं नींद में था ख़ाब देख रहा था, यहीं बात खत्म हो जाती तो अच्छा था मगर ऐसा नहीं हुआ ए कहानी शुरू ही ऐसे होती है,, ,,,मै और मेरे ख्वाब और रवायत,,, दोबारा जब मुझे नींद ने अपनी आगोश में ले लिया तो फिर वहीं से गिरते पड़ते भागने लगा एक आवाज़ जो मुझे इस क़दर मुतासिर कर गई थी कि मैं बस उस तक पहुंच जाना चाहिता था मेरे पैर खुद ही उस तरफ उठ रहे थे और दौड़े जा रहे थे मै खुद को रोकना चाहता था मगर रोक नहीं पा रहा था मैं खुद अपने इख्तियार से बाहर था बस दौड़े जा रहा था मेरी बेबसी का यह आलम था मेरी सांसें उखड़ना चाहतीं थीं मैं बिल्कुल भी ऐसे हाल में नहीं था कि भाग सकूं मगर भागे जा रहा था कैसा जादू था उस आवाज़ में  अजीब सी एक कशिश थी  वह आवाज़  थी या उन लफ़्ज़ों में दर्द भरा था मैं समझ नहीं पा रहा था जैसे वह सारे बोल वह सारा दर्द मेरे लिए ही हो जैसे जैसे मैं क़रीब पहुंच रहा था मेरी बेकरारी बढ़ रही थी धड़कनें तेज हो रही थीं मैं अब और तेज़ी से भाग रहा था उतावला सा हो गया थ...

2line,

उनकी तरफ से मुहब्बत का यह ईनाम मिला है अब उन्हीं को करें याद बस यही काम मिला है,, By Nazish azmi,,,

,,,पेयाज़ और तुम,onion,onions,onion price hike,onion price,onion prices,onion benefits,onion seedling,blooming onion,onion prices in india,the onion,cut onion,raw onion,onision,health benefits of onions,onion video,onion juice,onion rings,white onion,green onion,baked onion,dicing onion,onion on feet,onion in sock,onion juice results for hair regrowth,onion goggles,onion sapling,ate a raw onion,onion recipes,eat a raw onion

,,,,,,,,,,,पेयाज़ और तुम,,,,,,,,,, पेयाज़ और तुम दोनों ही महंगे हो गए हो तुम भी रुलाती हो और पेयाज़ तो खैर रुलाती ही है रंग भी तुम दोनों का एक ही जैसा है गुलाबी!!! तुम दोनो ही नाराज़ हो केया??? न तुम नज़र आती हो न ही पेयाज़ कहीं दिखाई देती है पता है ना कि तुम दोनों कितनी ज़रूरी हो मेरे लिए तुम दोनों के बग़ैर कैसे रहता हूं कैसे समझाऊं? कुछ भी अच्छा नहीं लगता भूख लगती है खाना अच्छा नहीं लगता बग़ैर पेयाज़ कैसे और कैसे हम जिएं ना मुमकिन ना मुमकिन!!!!!!! हमसे इतनी नाराजगी क्यों???? क्यूं मेरी ग़रीबी का मज़ाक बनाते हो??? तुम दोनों ही मेरे हो, मेरे लिए ही हो मान जाओ यह लोगों को मना लो बस तुम दोनों मेरी जिंदगी में वापस लौट आवो, इसे फरियाद समझ लो यह मेरी ज़रूरत समझो यह मेरा हक़ जानो, ,,,पेयाज़  और  तुम सिर्फ तुम तुम तुम दोनों,,.... ,, धन्यवाद,,, Nazish azmi,,

हमारा उत्तर प्रदेश,,

यूपी में पैदा होने का एक फायदा यह है कि आप को कोआलटी सीखनी नहीं पड़ती खुद बखुद आ जाती है बहुत से ऐसे मीडिया चैनल और बहुत से ऐसे इसटैनडप कोमेडियन हैं  जो चीज़ें दुनिया को बता रहे हैं यूपी के बारे में ऐसा बिल्कुल भी नहीं है हमारा यूपी हमारा यूपी कैसा है यह हमें मालूम होना चाहिए हमारा यूपी कुछ ऐसा है जहां भी चार लोग जमा हो गए  वहां राजनीति और एजूकेशन की बातें न हों तो समझ लो आप यूपी में नहीं हैं और हो रही हों तो समझ लीजिए कि आप यूपी में ही हैं यहां सब के दिमाग में यही दो टापिक होते हैं कहीं नेताओं और कुर्सी की बातें हो रही हैं कहीं प्रधानाचार्य और टीचर की बातें कहीं विद्यार्थी और वोटर की पहले एजूकेशन के बारे में जान लेते हैं यहां के स्कूल और कालेजों का हाल यह है कि ,आवो और कामयाब हो जाओ, डाक्टर हो जावो, इंजिनियर बन जावो, यह फिर कुछ ना समझ में आए तो नब्बे घंटों में इंग्लिश सीख लो! अब आप की मर्जी कि आप को केया बन्ना है बस कोआलटी होनी चाहिए आप के पास यहां का एजूकेशनल डिपार्ट बहुत ही सख्त है कोई यह न सोचे बोड के इग़ज़ाम के लिए दो हज़ार काफी है न...

सिर्फ कुत्तों से डरते हैं,,,,

एक जमाने से बस देखना और सिर्फ देखना अजीब दिन थे वह भी इतनी भी हिम्मत नहीं होती थी कि कुछ अपने बारे में बता सकें बस देखे जा रहे हैं आखिर को वह थक ही गऐ और एक रोज़ सरे राह हाथ पकड़ के अपना नम्बर दे गऐ और कह गए अगर तुम्हारे पास कुछ है मुझ से कहने के लिए तो मुझे फून करना यह कहा और चल दिए उस वक़्त केया मैं ने महसूस किया मैं बयां नहीं कर सकता खैर वह वक़्त भी गुज़र गया अब बातें शुरू हो गईं दिन तमाम रात सारी बातें जारी बस यही चलने लगा फिर महीने दो महीने गुज़रने के बाद अब मुलाकात का नया बाब शुरू हुआ चाहता था एक बात और हमारी फैमिली कुछ ज्यादा ही सख्त है लव के मामले में हां तो बात मुलाकात कि चल रही थी मिलने का वक़्त चार बजे का था बता दूं ए चार सुबह का चार था तक़रीबन एक बजे का वक़्त था जब ए बातें हो रहीं थीं अचानक ख्याल आया जब चार बजे मिलना है तो अभी क्यों नहीं बस फिर क्या था चोरों की तरह दरवाजा खोला और बाहर शहरों के रेहाइशी इलाकों में आम तौर से गलियां सुनसान हो जाती हैं सन्नाटा फ़ैला था चारों तरफ सीधी गली के आखिरी कोने में उनका घर मगर नहीं! बन्दा दीसी और अपना दिमाग ...

कुछ ऐसे हो गए हैं हम/

कुछ ऐसे हो गए हैं हम जैसे कहीं खो गए हैं हम पर कहां? ए मालूम नहीं लेकिन खो तो गए हैं, उनके ख्यालों में, उनके सवालों में, उनके गुस्से में, उनकी हंसी में, उनके साथ यह उनके बगैर, पर कहां? यह मालूम नहीं,, लोग तरक्कीयां कर रहे हैं कोई आसमान छूने के लिए तैयार बैठा है पायलट हो चला है कोई इंजिनियर तो कोई डाक्टर तो कोई कुछ तो कोई कुछ आखिर को सबको मर ही जाना है बस यही सोच कर कुछ ऐसे हो गए हैं हम कि जैसे कहीं खो गए हैं हम, पर कहां ए मालूम नहीं, ताज्जुब इस बात का नहीं कि ए सब मेरे ही साथ है नहीं  ऐसा बिल्कुल भी नहीं आप के साथ भी हो सकता है आप को अच्छा लगेगा जब आप खुद को ऐसे हाल में पाएंगे जब हर शख्स आप से बचने की कोशिश कर रहा होगा आप को ख़ुशी भी होगी कभी कभी ए सोच कर के कि आप उनके साथ वक़्त ख़राब कर रहे थे जो कभी आप के साथ थे ही नहीं ए सच जान कर आप को  खुशी होगी और तब जो लोग आपसे मिलेंगे वह आपके खैर खा होंगे बस यही सोच कर कुछ ऐसे हो गए हैं हम कि जैसे कहीं खो गए हैं हम पर कहां मालूम नहीं????? Nazish azmi,,,

अच्छा नहीं हुआ/sad,sad song,sad music,sad songs,sadness,sad!,i'm sad,sad mix,i am sad,sandy,rap,sad chill,sad story,sad dream,sad remix,i'm so sad,sad piano,sad night,we the sad,happy sad,rich & sad,i feel sad,music video,sad mi reci,sad violin,mattyb sad,sad lyrics,sad lofi mix,sad but true,sad machine,sad forever,sad night mv,let me be sad,sad afrojack,sad chill mix,so sad so sexy,too sad to cry

अच्छा नहीं हुआ कुछ भी तो अच्छा नहीं हुआ बस इनकार इनकार और इनकार इज़हार सब बेकार तमन्नायें सब ख़ाक मिली ख़ाब सारे टूट गए सब यार भी मेरे छूट गए मुझे छोड़ गए सब तन्हां  साथ मेरा सब छोड़ गए क्यूं तेरी गली हम आएं अब किया ख़ाक वहां कुछ रख्खा है अब तुझसे गिला भी किया करना किया ख़ाक असर कुछ होना है सब यार मेरे जब रूठ गए वो पेयार मुहब्बत जो कुछ था अब सब कुछ तो वह छूट गए मुझे छोड़ गए सब तन्हां क्यों क्यूं साथ मेरा सब छोड़ गए अच्छा नहीं हुआ बुरा लगता है खैर जो भी हो,,,,, ,, कैसी गुज़र रही है सभी पूछते तो हैं ,, कैसे गुज़ारता हूं कोई पूछता नहीं,,,, by Nazish azmi,, sad,sad song,sad music,sad songs,sadness,sad!,i'm sad,sad mix,i am sad,sandy,rap,sad chill,sad story,sad dream,sad remix,i'm so sad,sad piano,sad night,we the sad,happy sad,rich & sad,i feel sad,music video,sad mi reci,sad violin,mattyb sad,sad lyrics,sad lofi mix,sad but true,sad machine,sad forever,sad night mv,let me be sad,sad afrojack,sad chill mix,so sad so sexy,too sad to cry

मुझे मेरे हाल पर छोड़ दो/sad shayari,sad love story,hindi shayri,sad shayeri,shayari,sad love shayery,sad shayari urdu,2 line sad shayari,sad shayari status,emotional shayari,tik tok shayari,musically sad shayeri girl,musically sad shayeri videos,sad poetry,musically sad shayari,sad musicaly,yaad shayeri,sad love,💔tik tok heart touching sad shayeri,bengali sad love story shayari,new shayeri,dard shayery,2019 shayeri

मुहब्बत ज़िन्दा बाद मुहब्बत ज़िन्दा बाद मुहब्बत आप से वफ़ा सब आप से खुशि सब आप से हैं आप से सांसें जुड़ी मेरी मेरा इश्क़ तुम मेरा खाब तुम है आशिकी तुझसे दीवानगी तुझ से मुहब्बत ज़िन्दा बाद मुहब्बत ज़िन्दा बाद,,, ऐसा लगता है रोज तुम से मुलाकात होती है रोज हम बातें करते हैं फिर दूसरे ही लम्हे सब कुछ बदल सा जाता है ऐसा लगने लगता है कि हम कभी मिले ही नहीं हम एक दूसरे को जानते भी नहीं अनजान से हो जाते हैं ऐसा क्यों होता है ए तो मुझे मालूम नहीं पर चलो कुछ ही देर के लिए ही सही कुछ लम्हों के लिए ही सही  तुम मेरे ख्यालों में ही सही  तुम होते तो हो ना अपने ऊपर सच को हावी ही नहीं होने देता सच जो भी हो मुझे फर्क नहीं पड़ता तुम पहले भी मेरे साथ थे  आज भी मेरे साथ हो और हमेशा रहोगी सब कहते हैं ए सब पागलपन छोड़ क्यों नहीं देते उन को कैसे समझाऊं क्यों आप सब फ़िक्र मन्द हैं मेरे बारे में आप सब मुझे ही क्यों नहीं मेरे हाल पर छोड़ देते मगर नहीं हर कोई बस तसल्ली दिए जा रहा है मुझे नफरत है इन चीजों से मुझे किसी की हमदर्दी कि कोई ज़रूरत नहीं अब वह तो हैं नहीं...

ऐ काश़ तुम मेरे होते,,, love, unique, leave, learn,besic,Urdu, Hindi,hot,heart

ऐ काश़ तुम मेरे होते केया ताज्जुब कि हम खुश हुआ करते खुशियां मनाते साथ रहते और न जाने केया केया ऐ काश़ तुम मेरे होते ग़मज़दा तो नहीं ख़ुश भी कहां होते हैं ज़िन्दा तो हैं पर ज़िन्दा कहां होते हैं महसूस तो होता है पर इहसास कहां मुझ में ऐ काश़ तुम मेरे होते मैं तन्हां तो नहीं लेकिन तन्हां भी बहुत हूं मैं मैं खामोश तो रहता हूं पर ख़ामोशी कहां मुझ में दिल बे चैन बहुत है अब चैन कहां मुझ में ऐ काश़ तुम मेरे होते ,, अब न साक़ी न साग़र न कोई और है मैख़ाने में अब केया रक्खा है तेरे घर आने जाने में,,, ऐ काश़ तुम मेरे होते,,, by Nazish azmi,,

इस तरह ग़म किए हैं कम,, feeling, story, about,heart,

रात रात भर जागे हुए हैं हम इस तरह ग़म किए हैं कम, बड़ी तकलीफ़ होती है जब अकेला होता हूं खाली खाली सा लगता है सब के साथ होने के बावजूद भी तन्हां महसूस करता हूं खुद को ऐसे हालात हों तो नींद कहां आती है रात रात भर जागे हुए हैं हम इस तरह ग़म किए हैं कम, शुरू शुरू में बहुत मुश्किल था यह वक़्त मगर अब आदत सी जैसे हो गई है अब तो तन्हाईयां ही अच्छी लगती हैं खामोशियां ही पसंद हों जैसे जब सब कुछ थम सा जाता है रात आधी गुज़र चुकी होती है हर शै खामोश़ होती है तो एक सकूं मिलता है रात रात भर जागे हुए हैं हम इस तरह ग़म किए हैं कम, ऐसा बिल्कुल भी नहीं कि मैं भाग रहा हूं सच से अपने आप से नहीं ऐसा बिल्कुल भी नहीं है मुझे अच्छा लगता अपनी इस दुनिया में सबसे अलग न कोई शिकवा किसी से न शिकायत किसी से है यहां जो कुछ भी है सब मेरा है सब मेरी उम्मीदों के मुताबिक ही होता है यहां न ग़म हैं न कोई धोखा न किसी को कोई शिकायत है न शिकवा है किसी को कोई यहां सब मेरे हैं यहां मैं और मेरे ख्यालों के सिवा कोई और नहीं बस यूं ही रात रात भर जागे हुए हैं हम इस तरह ग़म किए हैं कम,, Nazi...

मुझे अच्छा नहीं लगता/Azad nzm,Urdu, Hindi,sad, love,heart,

जब तुम रूठ जाते हो मुझे तकलीफ़ होती है खुशबू यह फूल चमन का दिलकश नज़ारा यह जहां का रंग सारा खुशियों भरी बातें रात चांदनी हंसीं आसामां का नज़ारा यह मुझे अच्छा नहीं लगता कि जब तुम रूठ जाते हो मुझे तकलीफ़ होती है, कसक उठती है दिल में एक चुभन सी होती है तड़पता है यह दिल मेरा जलन सी होती है मुझे अच्छा नहीं लगता जब तुम रूठ जाते हो मुझे तकलीफ़ होती है दिल में दर्द उठता है तड़प उठता है दिल मेरा मैं बेचैन रहता हूं मुझे कब चैन आता है मुझे अच्छा नहीं लगता जब तुम रूठ जाते हो मुझे तकलीफ़ होती है यह हाले दिल मै अपना किस्को बतलाऊं मुझे अच्छा नहीं लगता  कुछ यह कैसे समझाऊं मुझे अच्छा नहीं लगता जब तुम रूठ जाते हो मुझे तकलीफ़ होती है कि जब तुम रूठ जाते हो मुझे तकलीफ़ होती है, मुझे तकलीफ़ होती है मुझे तकलीफ़ होती है.,,,,,, by Nazish azmi,,,

सब कुछ अच्छा लगता है जब वह खुश होते हैं/love,new, heart#sad,feel#

सब कुछ अच्छा लगता है जब वह खुश होते हैं,,, बे फ़िक्र सा हो जाता हूं,हर चीज़ अच्छी लगने लगती है ज़िन्दगी मज़ा देने लगती है लुत्फ़ आने लगता है जीने का अलग ही अंदाज होता है सब कुछ अच्छा लगता है जब वह खुश होते हैं, मुहब्बत करने वाले लोग एक जैसे ही होते हैं खाह वह किसी रंग में हों कहीं पर हों या कैसे भी हों ज़ात वो मज़हब बे माना है इनके नज़दीक, इनके जो दिल होते हैं वह सिर्फ मुहब्बत करते हैं और मुहब्बत ही चाहते हैं, अपने महबूब के लिए दुआएं करते हैं मिन्नतें करते हैं गिड़गिड़ाते हैं रोते हैं अपने मालिक के सामने, और बस यही कहते हैं या रब्ब तेरी इस काएनात में सब कुछ अच्छा लगता है जब वह खुश होते हैं, यह ख़ार वो ख़न्जर, यह ज़हर, यह दर दर की ठोकरें, बदनामियों, रुसवाइयां, दर्द जहां के सारे यह सब कुछ होने के बावजूद, सब कुछ अच्छा लगता है जब वह खुश होते हैं,, by Nazish azmi,,,

ख्वाहिश तो बहुत की,,

तुझको पाने कि खाहिश़ तो बहुत की ज़िद नहीं की पर कोशिश तो बहुत की अपनी अना को मिन्नतें,मुम्किन कहां ऐ दिल गुज़ारिश करूं,ए दिल ने गुज़ारिश तो बहुत की,,,,,, अब नाराज़ बैठा है कि काश़ कुछ मिन्नतें, कुछ इल्तिज़ा ऐ काश़ कुछ तो करते, मगर फिर सोचता हूं चलो अच्छा ही हुआ ज़िन्दगी अच्छी ही है दिन भी हैं, रातें भी हैं ख़ुशीयां भी हैं, ग़म भी हैं पर कहीं न कहीं तो बाक़ी है तब ही तो ए आवाज़ आती है कि वह होते तो क्या होता खैर जो भी होता अब तो वह आने से रहे नहीं,, बस ज़िद नहीं की पर कोशिश तो बहुत की यही सोच कर खुद को समझा लेता हूं अपने दिल को , अपने आप को अपने इहसासात को अपने मन को कि कोशिश तो बहुत की, मगर सच तो यह है कि ए सब बेकार की बातें थीं आज लगता है कि सारी खामियां मुझ में ही थीं बहुत कुछ ऐसा था जो किया जा सकता था और भी रास्ते थे और भी तरीके थे ना कामयाब मुहब्बत कामयाब बनाई जा सकती थी फिर सोचता हूं तब के हालात ही कुछ और थे, गुज़ारिश करूं? मुम्किन कहां ऐ दिल यही कह के खामोश करा देते थे एटीट्यूड बहुत था ना अभी भी है और होना भी चाहिए, बहरहाल अपनी अना को मिन्...

चिराग़ जले,,

दिल में आ कि एक चिराग़ जले या यूं ही रहने दे दिल पे लगे दाग़ जले फूल फूल जलता है मेरे दिल के बाग़ का केया ही अच्छा हो कि सारा ही बाग़ जले Nazish azmi,,

कैसी गुज़र रही है,,

कैसी गुज़र रही है सभी पूछते तो हैं कैसे गुज़ारता हूं कोई पूछता नहीं सब ख़ुश हैं उनकी जीत पे मस्त हैं मगन हैं मैं ग़मज़दा हूं,हारता हूं कोई पूछता नहीं,,, by Nazish azmi

ज़िक्र करें केया,,,,,

वो हुस्न बे मिसाली का ज़िक्र करें केया उनके रुखसार की लाली का ज़िक्र करें केया लमहात उन अंधेरौं के छू कर गुज़र गए हंसी वो रात काली का ज़िक्र करें केया केया केया न किए वादे थे मज़बूत इरादे अब अपनी बे ख्याली का ज़िक्र करें केया,, by NAZISH azmi

जाने के बाद भी,,,,,

महसुस हो रहा है वो जाने के बाद भी मुकम्मल है याद वो एक ज़माने के बाद भी वो रूठ कर चला गया माना न मेरी बात दिल चीर के ए अपना दिखाने के बाद भी हमको हि बेवफा वो सब से कह रहा है रस्में वफ़ा वो सारी निभाने के बाद भी जज़बे भी सब जवां, था इश्क़ नौंजवां आई ना मौत फिर, ज़हर खाने के बाद भी मिटता कहां है दिल पे लगने के बाद दाग़ आता नज़र है सब कुछ मिटाने के बाद भी अब तक मगर हैं जारी नाज़िश की मस्तीयां कुछ खास दिल की बातें बताने के बाद भी सोचा कि दर्द अपना कुछ अपनों में बांट दूं लिख इस लिऐ दिया है,सब छुपाने के बाद भी,,,,,, नाज़िश आज़मी,,,,

मनाना चाहिए,,,

वह खफा हैं तो उनेहें मनाना चाहिऐ हमें हर रोज़ उनके उनके घर जाना चाहिऐ वो कितना हसीन लगता है जब मुसकुराता है उसे तो बस मुसकुराना चाहिऐ परिन्दे गर  परौं से परवाज़ करते हैं हमें भी अपने बाज़ुवों को आज़माना चाहिऐ. नाज़िश आज़मी,,,,

ग़ज़ल,,,,,,

मुझको मेरी वफा का ईनाम दीजिए अपने लबों में भर के कोई जाम दीजिए माना कि हैं मुखालिफ दुश्मन हैं इश्क़ के नज़रों से आप अपनी   पैगाम दीजिए शब ए विसाल सारी लम्हे भी खास हैं अपनी हया को आज कुछ आराम दीजिए प्यासा हूं इस क़दर मेरे सूखे पड़े हैं होंठ तिशना लबी को अईए अंजाम दीजिए तन्हा मिले तो उसने कहा लीजिए न दिल हमने भी कह दिया कि सरेआम दीजिए जी लेंगे सारी उम्र लम्हों में रह के साथ एक मुख्तसर सी आप हमें शाम दीजिए फैली बहुत है रोशनी नूर ए क़मर है जा बजा हम जुगनूओं को भी कोई काम दीजिए मजनू कहे न कोई न पर्वाना मिसाल हो नाजिश को मुख्तलिफ कोई नाम दीजिए Nazish azmi,,,, 

ग़ज़ल,,,,

वैसे तो अपने घर वो बुलाते नहीं कभी जो हम गए तो कहते हैं, आते नहीं कभी दिल  टूटने की  कुछ, होती  अगर खबर अपनी अना को बीच में लाते नहीं कभी धड़कन है साँस है मेरे दिल का क़रार है ए सब है तू मगर ए बताते नहीं कभी रशके क़मर जो साथ में लाते थे चांदनी अबके बरस वो चाँदनज़र आते नहीं कभी खामोश हैं खफा हैं कभी डांन्ते हैं वह अपनी अदा से अब वह लुभाते नहीं कभी मिटने लगे हैं एकएक जीतने थे सब निशां हालाँकि दागे ए दिल एए जाते नहीं कभी वादे वह रस्में कसमें सब और बात हैं नज़रें भीअब वह हमसेमिलाते नहीं कभी एक हादसे में जबसे मेरा दिल गया है जल तब से चराग ए दिल ए जलाते नहीं कभी नाज़िश ए सोच कर हम होते नहीं खफा हमको खबर है आप मनाते नहीं कभी ,, by Nazish azmi,,, 

Darkness,,,

कभी आके तुम एक लगाओ न फेरा बहुत बढ़ गया है दिल में अंधेरा मेरे माहेताब वो क़मर शमश वो तारे चलो मान जाओ करो कुछ सवेरा घटा छाएगी फिर सावन हो जैसे रुख ए दिल नशीं को जो जुल्फों ने घेरा तु है बा वफा ए मुझे भी खबर है मगर बे वफा है ए अंदाज़ तेरा ,,,, Nazish azmi

बरसात,,,,,

अगले बरस फिर से बरसात आए गी दिन भी वही होंगे वही रात आएगी बरसात आएगी वही फिर रात आएगी  बरसात आएगी वही फिर रात आएगी चेहरे पे मुस्कुराहट आएगी देख लेना जितनी है ए उदासी जाएगी देख लेना आएगी फिर बहारों की बारात आएगी बरसात आएगी वही फिर रात आएगी बरसात आएगी वही फिर रात आएगी भूलें नहीं हैं हम मजबूर हैं सनम मजबूरियों में तुझसे हुवे दूर हैं सनम लेके ए ज़िंदगी  वही सौगात आएगी बरसात आएगी वही फिर रात आएगी बरसात आएगी वही फिर रात आएगी Nazish azmi,,,,, 

इश्क़,,,

तमाम रात बैठ के अब अपने दर्द लिखता हूँ ज़रा सा इश्क़ छू लिया था किसी ज़माने में,,,, Nazish azmi,,, 

Murder,,,,

हाँ सच है क़त्ल में तुम शामिल नहीं थे मेरे ए भी नहीं है झूठ कि  ए आरजू थी किसकी,,, Nazish azmi,, 

दर्द,,,

एक मेंहरबां,  कोई हमदर्द है दिल में मीठा सा,  पर गज़ब का दर्द है दिल में. Nazish azmi,, 

इश्क़ बस तेरे लिए

इश्क़ बस तेरे लिए,आशिकी तेरे लिए हर खुशी आप से है, हर खुशी तेरे लिए ए जो जारी हैं मेरी साँसें जानां है खबर आपको,  ए ज़िंन्दगी तेरे लिए इश्क़ बस तेरे लिए इश्क़ बस तेरे लिए,,,,,,,, Nazish azmi,,,