कुछ ऐसे हो गए हैं हम
जैसे कहीं खो गए हैं हम
पर कहां?
ए मालूम नहीं
लेकिन खो तो गए हैं, उनके ख्यालों में, उनके सवालों में, उनके गुस्से में, उनकी हंसी में,
उनके साथ यह उनके बगैर,
पर कहां?
यह मालूम नहीं,,
लोग तरक्कीयां कर रहे हैं
कोई आसमान छूने के लिए तैयार बैठा है
पायलट हो चला है
कोई इंजिनियर
तो कोई डाक्टर
तो कोई कुछ
तो कोई कुछ
आखिर को सबको मर ही जाना है
बस यही सोच कर कुछ ऐसे हो गए हैं हम
कि जैसे कहीं खो गए हैं हम,
पर कहां ए मालूम नहीं,
ताज्जुब इस बात का नहीं कि ए सब मेरे ही साथ है
नहीं
ऐसा बिल्कुल भी नहीं
आप के साथ भी हो सकता है
आप को अच्छा लगेगा जब आप खुद को ऐसे हाल में पाएंगे
जब हर शख्स आप से बचने की कोशिश कर रहा होगा
आप को ख़ुशी भी होगी
कभी कभी ए सोच कर के कि
आप उनके साथ वक़्त ख़राब कर रहे थे
जो कभी आप के साथ थे ही नहीं
ए सच जान कर आप को खुशी होगी
और तब जो लोग आपसे मिलेंगे
वह आपके खैर खा होंगे
बस यही सोच कर
कुछ ऐसे हो गए हैं हम
कि जैसे कहीं खो गए हैं हम
पर कहां मालूम नहीं?????
Nazish azmi,,,
जैसे कहीं खो गए हैं हम
पर कहां?
ए मालूम नहीं
लेकिन खो तो गए हैं, उनके ख्यालों में, उनके सवालों में, उनके गुस्से में, उनकी हंसी में,
उनके साथ यह उनके बगैर,
पर कहां?
यह मालूम नहीं,,
लोग तरक्कीयां कर रहे हैं
कोई आसमान छूने के लिए तैयार बैठा है
पायलट हो चला है
कोई इंजिनियर
तो कोई डाक्टर
तो कोई कुछ
तो कोई कुछ
आखिर को सबको मर ही जाना है
बस यही सोच कर कुछ ऐसे हो गए हैं हम
कि जैसे कहीं खो गए हैं हम,
पर कहां ए मालूम नहीं,
ताज्जुब इस बात का नहीं कि ए सब मेरे ही साथ है
नहीं
ऐसा बिल्कुल भी नहीं
आप के साथ भी हो सकता है
आप को अच्छा लगेगा जब आप खुद को ऐसे हाल में पाएंगे
जब हर शख्स आप से बचने की कोशिश कर रहा होगा
आप को ख़ुशी भी होगी
कभी कभी ए सोच कर के कि
आप उनके साथ वक़्त ख़राब कर रहे थे
जो कभी आप के साथ थे ही नहीं
ए सच जान कर आप को खुशी होगी
और तब जो लोग आपसे मिलेंगे
वह आपके खैर खा होंगे
बस यही सोच कर
कुछ ऐसे हो गए हैं हम
कि जैसे कहीं खो गए हैं हम
पर कहां मालूम नहीं?????
Nazish azmi,,,
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