सुबह के नौ बज रहे हैं
NH56 पर एक speed बेरेकर
6 सरकारी कर्मचारी
सरकारी वैगन से उतर रहे हैं
और लोग उन्हें देख कर मन ही मन खुश भी हो रहे हैं
इस speed ब्रकर से सभी को परेशानी थी
बहुत से हादसों की वजह भी यहीspeed
ब्रकर था
जिसे accident की रोक थाम के लिए
बनाया गया था
वही हादसों का सब्ब बन गया था
बड़ी मुश्किलों से उस speed breaker को बनाने की अनुमति मिल थी
तब कहीं बना था वह स्पीड ब्रेकर
मगर
जब वही लोगों की जान का दुश्मन बन्ने लगा
तो मजूबर होकर इसे तोड़ने के लिए
सरकारी दफ्तरों में दस्तक देनी पड़ी थी
लोगों को
मगर कौन सुनता हमारी बातें
वह तो क़िस्मत अच्छी थी हमारी
किसी
बड़े बाबू का गुज़र इसी रास्ते से हो गया
और बड़े बाबू जितने बड़े अफसर उतनी ही बड़ी उनकी गाड़ी
वैगन-आर
ठंड पड़ रही थी बड़े आराम से हीटर आन कर गाड़ी चला रहे थे
अचानक सब कुछ बदल सा गया
बमफर छटक गया
टायर निकल गया
सब कुछ खुल सा गया
एक आवाज़ और सब कुछ खत्म
आखिर हुआ क्या
बड़े बाबू के हाथ में सिर्फ स्ट्रिंग बाक़ी बचा था
आखिर हुआ क्या
वह तो जब उनका दिमाग ठिकाने आया
तब समझ आया
Speed breaker!!!! वह इतना बड़ा??
गुस्से से लाल पीले हो रहे थे
मगर गलती किसकी
यह कौन बताए किसी को मालूम ही नहीं
रोड पर इतना बड़ा स्पीड ब्रेकर क्यों है??
हां क्यों है??
..
मोची , बनिया,सुनार,ठेले वाले ,हर कोई
खुश था
कि आज इस जान लेवा ब्रेकर से हमें छुटकारा मिल जाएगा
मगर शायद वह यह भूल गए थे
नौकरी सरकारी और कर्मचारी का मामला है
इतना आसान नहीं है
एक स्पीड ब्रेकर तोड़ने के लिए आएं हैं
छः लोग
सिर्फ छः लोग!!
कैसे मुम्किन है कि टूट जाए,,
अब नौ बज कर पैंतीस मिनट हो गए हैं
और गाड़ी से सामन उतर चुका है
पहले राउंड में
खैनी(tobacco)
का दौर चल रहा है
और अभी चल रहा है
अब दस बज चुके हैं
अब दूसरे राउंड में
दो लोग रोड से कुछ फासले पर अपने लिए किचन बना रहे हैं
जिसमें थोड़ी देर बाद सब के लिए
लिट्टी चोखा की व्यवस्था की जाएगी
देखने वालों के लिए नहीं!!
जो कर्मचारी हैं उनके लिए,
अब साढ़े दस बज चुके हैं
अब इनमें से दो लोग साग सब्जी
आटा तेल लेने के लिए जाने वाले हैं
और वह देखो वो जा रहे हैं
और वह चले गए
अब ग्यारह बज रहे हैं,,
जुड़े रहें
जारी है,,
Nazish azmi
NH56 पर एक speed बेरेकर
6 सरकारी कर्मचारी
सरकारी वैगन से उतर रहे हैं
और लोग उन्हें देख कर मन ही मन खुश भी हो रहे हैं
इस speed ब्रकर से सभी को परेशानी थी
बहुत से हादसों की वजह भी यहीspeed
ब्रकर था
जिसे accident की रोक थाम के लिए
बनाया गया था
वही हादसों का सब्ब बन गया था
बड़ी मुश्किलों से उस speed breaker को बनाने की अनुमति मिल थी
तब कहीं बना था वह स्पीड ब्रेकर
मगर
जब वही लोगों की जान का दुश्मन बन्ने लगा
तो मजूबर होकर इसे तोड़ने के लिए
सरकारी दफ्तरों में दस्तक देनी पड़ी थी
लोगों को
मगर कौन सुनता हमारी बातें
वह तो क़िस्मत अच्छी थी हमारी
किसी
बड़े बाबू का गुज़र इसी रास्ते से हो गया
और बड़े बाबू जितने बड़े अफसर उतनी ही बड़ी उनकी गाड़ी
वैगन-आर
ठंड पड़ रही थी बड़े आराम से हीटर आन कर गाड़ी चला रहे थे
अचानक सब कुछ बदल सा गया
बमफर छटक गया
टायर निकल गया
सब कुछ खुल सा गया
एक आवाज़ और सब कुछ खत्म
आखिर हुआ क्या
बड़े बाबू के हाथ में सिर्फ स्ट्रिंग बाक़ी बचा था
आखिर हुआ क्या
वह तो जब उनका दिमाग ठिकाने आया
तब समझ आया
Speed breaker!!!! वह इतना बड़ा??
गुस्से से लाल पीले हो रहे थे
मगर गलती किसकी
यह कौन बताए किसी को मालूम ही नहीं
रोड पर इतना बड़ा स्पीड ब्रेकर क्यों है??
हां क्यों है??
..
मोची , बनिया,सुनार,ठेले वाले ,हर कोई
खुश था
कि आज इस जान लेवा ब्रेकर से हमें छुटकारा मिल जाएगा
मगर शायद वह यह भूल गए थे
नौकरी सरकारी और कर्मचारी का मामला है
इतना आसान नहीं है
एक स्पीड ब्रेकर तोड़ने के लिए आएं हैं
छः लोग
सिर्फ छः लोग!!
कैसे मुम्किन है कि टूट जाए,,
अब नौ बज कर पैंतीस मिनट हो गए हैं
और गाड़ी से सामन उतर चुका है
पहले राउंड में
खैनी(tobacco)
का दौर चल रहा है
और अभी चल रहा है
अब दस बज चुके हैं
अब दूसरे राउंड में
दो लोग रोड से कुछ फासले पर अपने लिए किचन बना रहे हैं
जिसमें थोड़ी देर बाद सब के लिए
लिट्टी चोखा की व्यवस्था की जाएगी
देखने वालों के लिए नहीं!!
जो कर्मचारी हैं उनके लिए,
अब साढ़े दस बज चुके हैं
अब इनमें से दो लोग साग सब्जी
आटा तेल लेने के लिए जाने वाले हैं
और वह देखो वो जा रहे हैं
और वह चले गए
अब ग्यारह बज रहे हैं,,
जुड़े रहें
जारी है,,
Nazish azmi

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